गमगीन माहौल में सागर भटनागर का अंतिम संस्कार
मणि महेश यात्रा के दौरान आपदा का शिकार बने थे सागर, शवयात्रा में उमड़ा जनसैलाब

शहरी चौपाल ब्यूरो
गंगोह। भगवान मणि महेश चंबा (हिमाचल प्रदेश) की धार्मिक यात्रा के दौरान आपदा का शिकार बने सागर भटनागर की पार्थिव देह का शनिवार को शिवलोकपुरी श्मशान घाट में बेहद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके चचेरे भतीजे आदित्य भटनागर ने मुखाग्नि दी। इस दौरान सैकड़ों लोग मौजूद रहे और हर किसी की आंखें नम दिखाई दीं।
सुबह करीब सवा नौ बजे जैसे ही ताबूत में बंद सागर का शव उनके आवास पर पहुंचा तो कोहराम मच गया। परिवारजन और महिलाओं का रुदन देखना मुश्किल था। फूलों से सजे वाहन में शव को रखकर परिजनों और रिश्तेदारों ने अंतिम रस्म अदायगी की। इसके बाद शव यात्रा श्मशान घाट के लिए रवाना हुई। रास्ते भर बड़ी संख्या में लोग शवयात्रा में शामिल होते रहे।
सागर भटनागर 20 अगस्त को दस साथियों के साथ मणि महेश यात्रा पर रवाना हुए थे। 26 अगस्त को आपदा के दौरान उनके निधन की खबर आई। मौसम और रास्तों की खराबी के कारण शव को नीचे लाने में देरी हुई।
शवयात्रा में सांसद पुत्र अंशुमान चौधरी, पूर्व अध्यक्ष नोमान मसूद, महंत सुशील शर्मा, कश्यपकुमार फौजी, ईश्वर गोयल, व्यापारी नेता मनोज गोयल, प्रदीप सैनी, मा. यशपाल सिंह, सभासद नीरज अग्रवाल, दानिश कुरैशी, जितेंद्र जागलान, राकेश आर्य, विकास चौधरी, चौ. नक्षत्रपाल सिंह, डॉ. मनोज जैन, डॉ. अमित गर्ग, डॉ. एस.आर. सैनी, राजेश काका, भगता, गगन गर्ग सहित बड़ी संख्या में व्यापारी, सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी और आमजन शामिल हुए।
इस अवसर पर विधायक किरत सिंह, जिला उपाध्यक्ष सत्यपाल सिंह, डॉ. औमपाल सैनी सहित कई लोगों ने शोकाकुल परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया।