योगी सरकार की चीन+1 स्ट्रैटेजी पर फोकस, 200 से ज्यादा कंपनियों से बातचीत
यूपी बन रहा विदेशी निवेशकों का पसंदीदा डेस्टिनेशन

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश को विदेशी निवेश का हॉटस्पॉट बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। चीन+1 स्ट्रैटेजी के तहत अब तक 200 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से बातचीत की जा चुकी है। सरकार का लक्ष्य प्रदेश को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करना है।
विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए यूपी सरकार भारत की एंबेसीज और अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर काम कर रही है। अमेरिका, जर्मनी, जापान, चीन, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, डेनमार्क और स्पेन की कंपनियां निवेश के लिए रुचि दिखा रही हैं।
पीएलआई स्कीम के तहत 574 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी मिल चुकी है, जिनमें से 70 कंपनियां पहले से यूपी में सक्रिय हैं। 20 कंपनियों ने सीधे एमओयू किया है, जबकि 473 कंपनियों के साथ सरकार फॉलो-अप कर रही है।
विदेशी निवेशकों की सुविधा के लिए सरकार ने फॉर्च्यून 500 और इंडिया नेक्स्ट 500 से जुड़ी 814 कंपनियों के लिए अकाउंट मैनेजर नियुक्त किए हैं। इस पहल से अब तक 50 एमओयू साइन हो चुके हैं और 282 कंपनियों से बातचीत जारी है।
योगी सरकार की स्थिर और निर्णायक नीतियां, मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर, एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर जैसे प्रोजेक्ट्स तथा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार यूपी को निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहे हैं।