समस्या:अधूरा ओवरब्रिज बदहाल मार्ग परेशान जनता आखिर जिम्मेदार कौन?

शहरी चौपाल ब्यूरो
रामपुर मनिहारान,क्षेत्र के दिल्ली यमनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 709 बी पर रामपुर मनिहारान रेलवे क्रॉसिंग का ओवरब्रिज विगत कईं वर्षों से निर्माणाधीन स्थिति में अपनी उपेक्षाओं की कहानी कह रहा है।जिसको लेकर किये जा रहे तमाम दावों और आश्वासनों के बावजूद भी इस गंभीर विषय पर कोई गम्भीरता नजर आती दिखाई नहीं दे रही है।
परिणाम स्वरुप बदहाल और अव्यवस्थित मार्ग पर प्रतिदिन घंटो तक लगने वाला लम्बा जाम और रेंगते हुये भारी भरकम वाहनों के बीच में फसीं एम्बुलेंस और मासूम बच्चों को ले जा रहे स्कूली वाहन सिहरन पैदा कर देते हैं।अनेक बार तो शीर्ष अधिकारियों की गाडियां भी जाम में फंसी देखी गयी है।परन्तु क्षेत्र की इस गम्भीर समस्या का अब तक कोई त्वरित समाधान नहीं खोजा जा सका है और न ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और कार्यदायी संस्था द्वारा निर्माण कार्य में बरती गयी लापरवाही से हुई कईं घटनाओं से भी कोई सबक नहीं लिया गया है। समाजिक संगठनों द्वारा अनेक बार शासन व प्रशासन को ज्ञापन भेजकर समाधान की मांग की जा चुकी है परन्तु आश्वासनों के सिवाय कुछ खास संभव नहीं हो पाया है।वर्ष 2024 में कावड यात्रा के समय आधा अधूरा मार्ग बनाया गया था। वर्ष 2025 के जून माह के शुरु में बनाया गया सर्विस रोड भी गड्ढों मे तब्दील हो चुका है।
सहारनपुर महानगर को देश की राजधानी से जोडने वाले मुख्य सड़क मार्ग पर रामपुर मनिहारान रेलवे ओवरब्रिज क्षेत्र की बदहाल स्थिति बहुत कुछ समझाने के लिए काफी है।
सहारनपुर मंडल को जिला शामली व मुजफ्फरनगर एवं रामपुर मनिहारान तहसील को जिला मुख्यालय तथा जिला चिकित्सालय,पीजीआई व महानगर के कई सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल और जिला व सत्र न्यायालय से जोडता है।यह ही नहीं क्षेत्र के हजारों स्कूली बच्चों का रेलवे क्रॉसिंग के उस पार स्थित मदरलैंड पब्लिक स्कूल,इंडिया टुडे कान्वेंट एकेडेमी,बिल क्लिंटन स्कूल,व्हाइट बर्ड स्कूल आदि स्कूलों में इस मार्ग की बदहाल व्यवस्थाओं के बीच से आवागमन मजबूरी बन चुका है।
वस्तुस्थिति यह है कि तमाम आश्वासनों के बावजूद मार्ग की बदहाली के बीच सुविधापूर्ण व्यवस्थाओं को खोजती क्षेत्र की जनता के मन मे बार-बार यह सवाल आता है कि आखिरकार इस समस्या का समाधान कब तक संभव हो पायेगा।