उत्तर प्रदेश

राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला व सेंचुरियन विश्वविद्यालय के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर

सीएम योगी के विजन अनुसार फॉरेंसिक उत्कृष्टता की दिशा में उत्तर प्रदेश ने बढ़ाया कदम

 

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आधुनिक, तकनीक-सम्पन्न प्रदेश बनाने के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश में फॉरेंसिक संरचना को सशक्त करने की दिशा में शुक्रवार को एक अहम पहल हुई। पुलिस मुख्यालय, लखनऊ में राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला, उत्तर प्रदेश तथा सेंचुरियन विश्वविद्यालय, ओडिशा के बीच महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्णा, अपर पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवाएं) नवीन अरोरा सहित दोनों संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

ज्ञान-विनिमय और नवाचार का साझा संकल्प

डीजीपी राजीव कृष्णा ने एमओयू को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह पहल न केवल शैक्षणिक शोध और प्रशिक्षण को नई गति देगी बल्कि प्रदेश की फॉरेंसिक संरचना को भी वैज्ञानिक शक्ति प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि यह उत्तर प्रदेश को वैज्ञानिक अन्वेषण और फॉरेंसिक उत्कृष्टता के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

संयुक्त शिक्षण, अनुसंधान और रोजगार के नए अवसर

एडीजी नवीन अरोरा ने बताया कि इस समझौते से संयुक्त शिक्षण व प्रशिक्षण कार्यक्रम, अनुसंधान पहल, शोध सामग्री व संसाधनों का आदान-प्रदान, वैज्ञानिक उपकरणों व प्रयोगशाला सुविधाओं का साझा उपयोग तथा वैज्ञानिकों और शोधार्थियों के लिए सह-मार्गदर्शन जैसे लाभ मिलेंगे। इससे छात्रों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और उन्हें तेजी से विकसित हो रहे फॉरेंसिक विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त प्राप्त होगी।

अत्याधुनिक मोबाइल फॉरेंसिक वैन से नई दिशा

गौरतलब है कि इसी माह मुख्यमंत्री योगी ने 75 अत्याधुनिक मोबाइल फॉरेंसिक वैन का शुभारम्भ किया है। ये वैन डीएनए सैंपलिंग, फिंगरप्रिंट विश्लेषण, टॉक्सिकोलॉजी परीक्षण व अन्य आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित हैं। इससे प्रदेश में फॉरेंसिक-आधारित पुलिसिंग को नया आयाम मिला है।

उत्कृष्टता केन्द्र के रूप में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय

सेंचुरियन विश्वविद्यालय, ओडिशा को हाल ही में भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा ‘सेंटर फॉर एक्सिलेंस’ के रूप में अधिसूचित किया गया है। विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट प्रो. मुक्तिकान्त मिश्र ने कहा कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला की विशेषज्ञता के साथ शैक्षणिक संसाधनों के संयोजन से छात्रों व शोधकर्ताओं को फॉरेंसिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति का अवसर मिलेगा।

कार्यक्रम में एडीजी/डीजीपी जनरल स्टाफ ऑफिसर, पुलिस उपमहानिरीक्षक (तकनीकी सेवाएं) मुख्यालय एवं प्रभारी निदेशक, विधि विज्ञान प्रयोगशाला भी मौजूद रहे। वहीं सेंचुरियन विश्वविद्यालय की ओर से प्रेसीडेंट प्रो. मुक्तिकान्त मिश्र, वाइस चांसलर डॉ. सुप्रिया पटनायक, निदेशक मोनालिशा घोष व एसोसिएट डीन डॉ. रीना सी. झमतानी उपस्थित रहीं।

 

WebAdmin

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button