मुज़फ्फरनगर में चला बाल श्रम विरोधी अभियान
6 सेवायोजकों पर हुई कानूनी कार्रवाई, दुकानों पर बच्चों से काम कराने पर सख्त चेतावनी

नितिन शर्मा
शहरी चौपाल ब्यूरो
मुज़फ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के आदेशानुसार श्रम विभाग एवं थाना एएचटी टीम द्वारा कस्बा चरथावल में बाल श्रम के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया गया। यह अभियान सहायक श्रम आयुक्त देवेश सिंह के निर्देशन में श्रम परिवर्तन अधिकारी सुश्री शालू राणा, थाना एएचटी प्रभारी सर्वेश कुमार, उप निरीक्षक जगत सिंह तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से गौरव मालिक की संयुक्त टीम द्वारा संचालित किया गया।
अभियान के दौरान 6 सेवायोजकों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करते हुए निरीक्षण टिप्पणी दी गई। इस अवसर पर सहायक श्रम आयुक्त ने कहा कि “बालक का पहला अधिकार शिक्षा है। मुख्यमंत्री का लक्ष्य है कि वर्ष 2026 तक उत्तर प्रदेश को बाल श्रम मुक्त बनाया जाए।”
उन्होंने सभी व्यापारियों एवं प्रतिष्ठान मालिकों से अपील की कि वे अपनी दुकानों पर 18 वर्ष से कम आयु के किसी भी बालक से कार्य न कराएं, अन्यथा उनके विरुद्ध बाल श्रम (निषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986 के तहत कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
अभियान को सफल बनाने में हेड कांस्टेबल अमरजीत, जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन संस्था के गजेंद्र सिंह सहित अन्य लोगों का सहयोग रहा।