योगी सरकार की पहल : SC/ST युवाओं को मिल रहा मुफ्त उच्चस्तरीय प्रशिक्षण
701 अभ्यर्थी बने अधिकारी, 8 कोचिंग सेंटरों से बदल रही तकदीर

लखनऊ । योगी सरकार की परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण योजना उत्तर प्रदेश के एससी/एसटी व ओबीसी वर्ग के युवाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस महत्वाकांक्षी योजना से अब तक सिविल सेवा समेत विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में 701 अभ्यर्थी अधिकारी पदों पर चयनित हो चुके हैं। वर्ष 2025-26 के लिए सरकार ने इस योजना हेतु 11.24 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की समावेशी विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बालिकाओं के लिए विशेष केंद्र
लखनऊ में बालिकाओं के लिए समर्पित परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र दलित बेटियों के लिए नई राह खोल रहा है। यहाँ छात्राओं को उच्चस्तरीय कोचिंग, आधुनिक पाठ्यक्रम और विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। योगी सरकार का यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
8 शहरों में चल रहे प्रशिक्षण केंद्र
प्रदेश में कुल 8 परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र संचालित हैं, जिनमें लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, अलीगढ़, आगरा, हापुड़ और गोरखपुर शामिल हैं। इन केंद्रों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा विद्यार्थियों को प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के लिए संपूर्ण तैयारी कराई जाती है। इनमें प्रवेश उन्हीं अभ्यर्थियों को मिलता है जिनके अभिभावकों की वार्षिक आय 6 लाख रुपये तक है।
अब तक हजारों को लाभ
समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक पी.के. त्रिपाठी के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2017-18 से अब तक 6,784 अभ्यर्थी इस योजना से लाभांवित हुए हैं। इनमें से 48 का चयन संघ/राज्य लोक सेवा आयोग में तथा 653 का अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में हुआ है। कोविड काल के दौरान ऑनलाइन प्रशिक्षण के जरिए भी 81 अभ्यर्थी चयनित होकर राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा तथा सहायक वन संरक्षक बने।
समावेशी विकास की मिसाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार का लक्ष्य समाज के हर वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है। इस योजना ने साबित किया है कि यदि प्रतिभा को अवसर मिले तो आर्थिक और सामाजिक बाधाएँ सफलता की राह में रुकावट नहीं बन सकतीं