ऑपरेशन सवेरा” से नशे के अंधकार पर कसा शिकंजा, 72 गिरफ्तार

शहरी चौपाल ब्यूरो
सहारनपुर, । नशे के अवैध कारोबार पर प्रभावी नियंत्रण और समाज को नशामुक्त बनाने के उद्देश्य से सहारनपुर परिक्षेत्र पुलिस द्वारा 14 अगस्त से “ऑपरेशन सवेरा” की शुरुआत की गई। इस अभियान का नेतृत्व पुलिस उपमहानिरीक्षक, सहारनपुर परिक्षेत्र अभिषेक सिंह कर रहे हैं। अभियान का मुख्य लक्ष्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से बचाना, समाज में जागरूकता लाना और मादक पदार्थों के कारोबार को पूरी तरह समाप्त करना है।
“ऑपरेशन सवेरा” को समाज के विभिन्न वर्गों, शैक्षणिक संस्थानों, सामाजिक संगठनों और आमजन से व्यापक समर्थन मिल रहा है। नागरिक सक्रियता से नशे के कारोबार की सूचनाएं पुलिस तक पहुंचा रहे हैं, जिन पर एनडीपीएस एक्ट के तहत त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। अब तक सहारनपुर परिक्षेत्र के तीनों जनपदों—सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली—में कुल 53 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं। पुलिस ने 72 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही की है और लगभग 7 करोड़ 49 लाख रुपये मूल्य के अवैध नशीले पदार्थ बरामद किए हैं।
जनपद शामली पुलिस ने एक अभ्यस्त अपराधी को PIT NDPS Act की धारा 3(1) के अंतर्गत एक वर्ष के लिए जिला कारागार मुजफ्फरनगर में निरुद्ध कराया है। इस कार्रवाई से अपराधियों को स्पष्ट संदेश गया है कि नशे के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
अभियान के तहत केवल कानूनी कार्रवाई ही नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने पर भी जोर दिया जा रहा है। शैक्षणिक संस्थानों में कार्यशालाएं, गोष्ठियां और संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। विशेषज्ञ और पुलिस अधिकारी छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्परिणाम बताते हुए स्वस्थ और सकारात्मक जीवन की ओर प्रेरित कर रहे हैं। खास बात यह है कि अब प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले संस्थान भी इस पहल को अपना रहे हैं। दिल्ली के दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान ने भी “ऑपरेशन सवेरा” को अपने पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाकर युवाओं को जागरूक करने की शुरुआत की है।
सहारनपुर परिक्षेत्र पुलिस ने समाज के सभी वर्गों से अपील की है कि वे नशे के खिलाफ इस अभियान को आंदोलन का रूप दें और समाज को नशे के अंधकार से बाहर निकालने में सहयोग करें। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नशे के कारोबार को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए वह पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।