स्पेस साइंस में उच्च शिक्षा के लिए ‘शुभांशु शुक्ला छात्रवृत्ति’ की घोषणा
मुख्यमंत्री योगी ने कहा – शुभांशु की उड़ान नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा

शहरी चौपाल ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के पहले अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के नाम पर नई छात्रवृत्ति योजना शुरू करने की घोषणा की है। यह छात्रवृत्ति उन विद्यार्थियों को दी जाएगी जो भविष्य में स्पेस टेक्नोलॉजी और अंतरिक्ष विज्ञान में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
सोमवार को लोक भवन में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री ने शुभांशु शुक्ला को श्रीराम की प्रतिमा और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि शुभांशु की उपलब्धियां न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय हैं। “लखनऊ से निकले शुभांशु ने अंतरिक्ष में 18 दिनों के दौरान 300 से अधिक बार पृथ्वी की परिक्रमा की। यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।”
मुख्यमंत्री ने इसे भारत की वैज्ञानिक परंपरा से जोड़ते हुए कहा कि यह सफलता वर्षों की मेहनत और शोध का परिणाम है। उन्होंने विश्वास जताया कि शुभांशु के अनुभव 2027 के अगले अंतरिक्ष मिशन में नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करेंगे।
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी शुभांशु की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया। इसरो चेयरमैन वी. नारायणन ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में अंतरिक्ष मिशनों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी और भारत स्वदेशी तकनीक के बल पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
कार्यक्रम में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार ने कहा कि शुभांशु की उड़ान भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाली है। इस अवसर पर शुभांशु की मां आशा शुक्ला, पिता शंभू दयाल शुक्ला और पत्नी डॉ. कामना शुक्ला को भी सम्मानित किया गया।
समारोह का संचालन प्रमुख सचिव पांधरी यादव ने किया। मौके पर मंत्री, सांसद, विधायक, वैज्ञानिक, विद्यार्थी और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।